राम नाम महिमा
राम नाम मनि दीप धर जीभ देहरी द्वार। तुलसी भीतर बाहरेउ जो चाहस उजियार।। राम का नाम मणि ज्योति की तरह प्रकाश फैलाता है।यह अन्य श्रोतों की तरह प्रकाशक नहीं है जो ज्वलनशील भी होते हैं।ऊष्मा के साथ ताप भी देते हैं।मणि शीतलता के साथ प्रकाश देती है।फिर यह प्रकाश दीप देहरी प्रकाश देगा।बाहर के संसारिक मार्गों को प्रशस्त करेगा और परमार्थिक मार्ग को भी। यह प्रकाश अज्ञान का अंधकार हटायेगा। आनंद की अनुभूति देगा।भय,भ्रम का भंजन करेगा। "भय भंजन भ्रम भेक भुअंगिन"